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नामांतरण दाखिल-ख़ारिज क्या होता है, कैसे करना है Namantran Process Types ...

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घर बेठे अपना खेत कैसे नापे I घर बेठे अपनी जमीन का सीमांकन कैसे करें I

नमस्ते दोस्तों , घर बैठे स्वयं अपने मोबाइल के द्वारा अपने खेतों या प्लाट/भू खंड का सीमांकन कैसे करें। मित्रो..घर बैठे हम अपने किसी खेत को किस प्रकार नाप सकते है।इसके बारे में discuss करेंगे। दोस्तों यदि आप अपने खेत के रकबे को घर बैठे नापना चाहते हैं या जानना चाहते हैं कि अमुक खेत पर मेरा कब्जा खेत के रकवे के अनुसार है या नही है तो आपको अपने मोबाइल पर एक app google play store से डाउनलोड करनी होगी।जिसकी मदद से आप अपने खेत/प्लाट/भू खंड के क्षेत्रफल को घर बैठे ही नाप सकते हैं। 1-इसके लिए आप अपने गूगल प्ले स्टोर से field area measure free नाम की app डाउनलोड कर लें। 2-app को open करें। 3-app में दिख रहे लाल गोले में बने + के चिन्ह को tap करे। 4-area ऑप्शन का चयन करें। 5-मैन्युअल को सेलेक्ट करें। 6-अब जिस खेत/प्लाट/भू खंड को नापना चाहते हैं उसको अपनी मोबाइल स्क्रीन पर gps के माध्यम से पहुचे। उस खेत के चारों कोनों तिमेढ़ों आदि को खेत के आकार अनुसार tap कर के एरिया कवर करें। 7-ऐसा करने पर ऊपर लाल पट्टी में आपको आरे की इकाई(a) में कवर किये गए एरिया का measure किया हुआ कुल रकवा दि

how to apply online for land demarcation?ऑनलाइन आवेदन कैसे करे।सीमांकन के लिए आवेदन।खसरा प्रतिलिपि कैसे प्राप्त करे।

ऑनलाइन अपनी जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन कैसे लगाए?How to apply online for land demarcation ? #ReadToday #Revanue_service नमस्कार दोस्तों..आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे हम घर से अपनी जमीन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। दोस्तों ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको जिन 3 दस्तावेजो की आवश्यकता होगी वह है- 1) खसरा 2) चालान 3) ऑफलाइन आवेदन फॉर्म 1)सबसे पहले खसरा कैसे ऑनलाइन प्राप्त करना है यह देख लेते हैं।इसके लिए हमे अपने क्षेत्र की mponline shop पर जिस भी खेत का सीमांकन कराना है उस खसरा की डिजिटली साइंड कॉपी प्राप्त हो जायेगी। आगे दी गयी लिंक से आप खसरा की सत्ययापित प्हरति प्राप्त कर सकते हैं  https://rcms.mponline.gov.in/Portal/Services/RCMS/default.aspx MPONLINE Portal घर से भी हम खसरा की सत्यापित प्रतिलिपि हेतु हम mpbhulekh.gov.in के पब्लिक यूजर पोर्टल से भी भुगतान उपरांत प्राप्त कर सकते हैं।किन्तु उसके लिए आपको पहले पोर्टल अपनी यूजर id बनानी होगी जो कि 1 टाइम consuming प्रोसेस है शासन द्वारा खसरा अभिलेख प्रतिलिपि के प्रथम पृष्ठ के लिए 30 रु एवं शेष पृष्ठ

अपनी जमीन के बारे मे पता लगाएं।घर बैठे।

अपनी जमीन के बारे में पता लगाएं। #revenue_services #राजस्व_विभाग नमस्कार दोस्तों ... आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे कितनी जमीन या किसी खेत के बारे में पता लगाया जाये। कई बार ऐसा होता है कि किसान के पास कागजो में जितनी जमीन होती है या जमीन के जितने no होते हैं उतने सभी no या खेतों पर वह काबिज नही होता और उसे इसकी कोई जानकारी नही होती। यदि काबिज है तो उसमें से कितने खेत या कुल कितने रकवे पर वह काबिज है। यदि काबिज नही है तो कोनसा खेत और है जिस पर उसका कब्जा नही है और यदि ऐसा कोई खेत है तो वह कहा पर है। जी हां दोस्तो किसान मित्रो कई बार हमें अपनी जमीन के कुल काबिज रकवे का पता ही नही रहता और छोटे मोटे खेत और जमीन पर हमारा कब्ज़ा ही नही रहता है।यदि हम उपज के आधार पर अंदाज़ लगा भी लेते हैं और जानकारी लेने अपने राजस्व मित्र पटवारी के पास जाते हैं,चूंकि पटवारी व्यस्ततम कर्मचारियों में से एक है तो छोटी सी जानकारी के लिए हमे कई वार भटकना पड़ता है। ऐसे में स्वयं अपनी जमीन का परीक्षण करने बेहतर होगा  इसके लिए आप सबसे पहले अपनी बही या बंदी या कंप्यूटर से अपनी खतौनी निकाल लेवे  उसमे क

बड़े काम का अक्स/नक्शा

भू-अभिलेख नक्शा। बड़े काम का दस्तावेज। नमस्कार मित्रों..आज की यह पोस्ट भू अभिलेख विभाग के महत्वपूर्ण रिकॉर्ड भू नक्शा की बारीकियों और उपयोगिता से संबंधित है, तो चलिए शुरू करते हैं... भू-नक्शा क्या है? #जानकार #भू-नक्शा #नक्शा #map #read_to_be_knowledgeble भू नक्शा भू-अभिलेख दस्तावेज है जो कि राजस्व विभाग के कर्मचारियों पटवारिओ द्वारा क्षेत्र समस्याओं में उपयोग किया जाता है। जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि भूमि का नक्शा अर्थात किसी एक राजस्व ग्राम की कुल भूमि के खेतों या भू-खंडों का एक निश्चित मापमान पर आधारित मानचित्र जिसमे प्रत्येक भू खंड या खेत की स्थिति के साथ ही उसका आकार,प्रकार एवम खसरा नंबर दर्शित रहता है। भू खंड की स्थिति से आशय है कि कहां पर अमुक खेत स्थित है उसकी लोकेशन क्या है। भू खंड का आकार अर्थात उसकी तीनो या चारों ओर की सीमाओं की स्थिति कैसी बनी हुई है। भू खंड का प्रकार अर्थात उसकी नवैयत जैसे जंगल भूमि,रास्ता,कुआ  देवस्थान या अन्य प्रयोजन से संबंधित है जिसको दर्शाने के लिए मानचित्र के निश्चित अलामातों/चिन्ह का उपयोग किया जाता

मेरी खतौनी में जमीन की क्या क्या जानकारी।

B-1 फार्म या खतौनी को पढ़ना सीखें। जानें खतौनी में आपकी जमीन के बारे में कहां क्या लिखा है? #जानकर #read_to_be_knowlegeble #khatoni #B1 नमस्कार मित्रों कल हमने खतौनी और उसकी उपयोगिता के बारे में जाना। आज हम इस दस्तावेज की जानकारी के बारे में बात करेंगे।तो चलिए शुरू करते हैं... भू-दस्तावेज खतौनी का विवरण कॉलम 1(खाते का अनुक्रमांक) - इस कॉलम में सरल क्रमांक होता है जो कि किसानों के नाम के अनुसार हिंदीवर्ण माला अक्षर के आधार पर उस किसान को 1 कृषि वर्ष में उसके राजस्व ग्राम के लिए तैयार किये गए रजिस्टर में प्राप्त होता है। कॉलम 2(भूमिस्वामी या शासकीय पट्टेदार का नाम)-  इसमे किसान का नाम उसके पिता या पति का नाम साथ ही उसका पता एवं स्वत्व/हक का प्रकार आदि अंकित रहता है। कॉलम 3(खाते में शामिल प्रत्येक भू मापन का क्रमांक) -- 1 किसान या उसके परिवार द्वारा धारित समस्त खसरा नम्बर अथवा खेतों के नंबर यहां अंकित रहते है।अतः आप यहां से जान सकते है कि आप के पास कितने खेत है।साथ ही इनका काउंटिंग योग भी इसी कॉलम में नीचे अंकित दर्ज रहता है। कॉलम 4 - इसमे कॉलम 3 में लिखे खसरा नंबर का

भू-दस्तावेज खतौनी (B-1) क्या होती है और इसकी क्या उपयोगिता है?

खतौनी या फार्म B-1 क्या है?जमीन से जुड़ी कौन सी जानकारी इसमें होती है? नमस्कार मित्रों.... पिछले पोस्ट से हम फार्म P-2 या खसरा और उसके खानावार/columnwise भरी जाने वाली एंट्रीज के बारे में जान चुके हैं। अब आगे इस पोस्ट में भू-अभिलेख के एक और महत्वपूर्ण दस्तावेज खतौनी या फार्म B-1 के बारे में जानेंगे। क्या होती है खतौनी? खतौनी भू-अभिलेख दस्तावेज होता है जिसमे  किसी एक क्षेत्र या राजस्व ग्राम में किसी कृषक या उसके परिवार द्वारा धारित कुल खेतों के नंबर या खसरा नंबर और उसकी कुल भूमि की जानकारी इंद्राज रहती है। खतौनी नाम से स्पष्ट है कि एक ऐसा रजिस्टर या जिल्द जिसमे कृषक या उसके परिवार द्वारा धारित कुल भूमि का विवरण खातेवार रहता है।इसीलिए इस दस्तावेज को खतौनी कहा जाता है। एक राजस्व ग्राम के कृषकों का यह विवरण राज्य सरकारों द्वारा एक निश्चित प्रारूप या फार्म B-1 के रूप में समाहित या संकलित होता है। अतः स्पष्ट है कि कृषकों का खातेवार विवरण जिस नियत प्रारूप में जो दस्तावेज बताता है वह खतौनी b1 कहलाता है। खतौनी भू-अभिलेख का सहायक दस्तावेज होता है जो कि मूल